
गुरद्वारा बंगला साहिब, नई दिल्ली, भारत के केंद्र में स्थित एक प्रमुख सिख मंदिर है। अपनी आकर्षक सुनहरी गुंबद और ऊँचे झंडे के लिए जाना जाता है, यह सिखों और आगंतुकों के लिए एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है। १७वीं सदी में राजा जय सिंह के स्वामित्व वाले बंगले से शुरू होकर, यह गुरुद्वारा १६६४ में दिल्ली यात्रा के दौरान आठवें सिख गुरु, गुरु हरकृष्णन के ठहरने से महत्वपूर्ण बन गया। उन्हें उनकी चिकित्सा शक्तियों के लिए याद किया जाता है, और गुरुद्वारे के सरोवर में औषधीय गुण मानते हैं।
स्थापत्य रूप से, यह परिसर पारंपरिक सिख और मुगल शैलियों का मिश्रण है, जिसमें एक बड़ा संगमरमर हॉल और अलंकृत प्रवेश द्वार शामिल हैं। गुरुद्वारा सभी के लिए खुला है, यहां लंगर हॉल में नि:शुल्क भोजन की व्यवस्था है, जो सामुदायिक सेवा और समानता का प्रतीक है। आगंतुक परिसर में स्थित संग्राहलय और कला दीर्घा का भी अन्वेषण कर सकते हैं, जो आध्यात्मिकता और इतिहास में रुचि रखने वालों के लिए अनिवार्य स्थल है।
स्थापत्य रूप से, यह परिसर पारंपरिक सिख और मुगल शैलियों का मिश्रण है, जिसमें एक बड़ा संगमरमर हॉल और अलंकृत प्रवेश द्वार शामिल हैं। गुरुद्वारा सभी के लिए खुला है, यहां लंगर हॉल में नि:शुल्क भोजन की व्यवस्था है, जो सामुदायिक सेवा और समानता का प्रतीक है। आगंतुक परिसर में स्थित संग्राहलय और कला दीर्घा का भी अन्वेषण कर सकते हैं, जो आध्यात्मिकता और इतिहास में रुचि रखने वालों के लिए अनिवार्य स्थल है।
🗺 मानचित्र
🎫 पर्यटक आकर्षण
🌦 मौसम की जानकारी
ऐप से मौसम की जानकारी प्राप्त करें, और बहुत कुछ, इसे मुफ्त में डाउनलोड करें!
🚕 वहां कैसे पहुंचें?
ऐप से मार्गों की जानकारी प्राप्त करें (गाड़ी, पैदल, सार्वजनिक परिवहन, आदि), और बहुत कुछ, इसे मुफ्त में डाउनलोड करें!